ज़ोया अख्तर और रणवीर सिंह तीसरी बार फिर साथ काम करने जा रहे हैं।
लेखक-निर्देशक ज़ोया अख्तर की स्क्रिप्ट के नायक के तौर पर रणवीर सिंह फिट बैठते
हैं। सूत्रों का कहना है कि ज़ोया अख्तर जानती हैं कि रणवीर सिंह,
आज के ऐसे अभिनेताओं में हैं, जो किसी भी
प्रकार की भूमिका को आसानी से कर सकते
हैं। खुद रणवीर सिंह को भी मालूम है कि
ज़ोया उनके एक्टर से मनचाहा निकाल कर स्क्रीन पर ला सकती है। रणवीर सिंह और ज़ोया
अख्तर का साथ पांच साल पुराना है। इन दोनों ने पहली बार,
फिल्म दिल धड़कन दो में पहली बार साथ काम किया था। इस फिल्म में अनिल कपूर, प्रियंका चोपड़ा,
अनुष्का शर्मा, फरहान अख्तर और शेफाली शाह जैसे कई एक्टरों
की भीड़ थी। इसके बावजूद, रणवीर सिंह उभर कर आये थे। दिल धड़कने दो के चार साल बाद,
ज़ोया अख्तर ने जो स्क्रिप्ट लिखी, उसमे एक बार
फिर रणवीर सिंह फिट बैठते थे। फिल्म का नाम था गली बॉय। यह फिल्म १०० करोड़ क्लब
में शामिल हो पाने में कामयाब हुई। इसके बाद से, रणवीर सिंह
और ज़ोया अख्तर एक दूसरे के मुरीद बन गए।
रणवीर सिंह के करियर में, निर्देशकों
का बड़ा सहयोग रहा है। उनके करियर की पहली
दो फ़िल्में बैंड बाजा बारात और लेडीज वर्सेज रिकी बहल के निर्देशक मनीष शर्मा
थे। यह दोनों फ़िल्में हिट साबित हुई थी।
फिर रणवीर सिंह के करियर में संजय लीला भंसाली आये। संजय लीला भंसाली ने,
पांच सालों के अंदर, दीपिका
पादुकोण के साथ तीन फिल्मों के ज़रिये रणवीर सिंह को टॉप पर पहुंचा दिया। गोलियों की रास लीला राम-लीला (२०१३),
बाजीराव मस्तानी (२०१५) और पद्मावत (२०१८) को बड़ी सफलता मिली थी। साफ तौर
पर, रणवीर सिंह के करियर में दो निर्देशकों ज़ोया अख्तर और संजय लीला भंसाली की
फिल्मों का बड़ा महत्व है। छह सालों के
अंतराल में, रिलीज़ इन दो
निर्देशकों की पांच फिल्मों ने रणवीर सिंह को सुपरस्टार का दर्जा दे दिया है। यही कारण है कि वह कबीर खान और रोहित शेट्टी की
फिल्मों में भी शामिल किये जा रहे हैं। इसके बावजूद, रणवीर सिंह
को नवोदित निर्देशकों के साथ फिल्म करने से कोई परहेज नहीं। वह दिव्यांग ठक्कर की पहली हिंदी फिल्म जयेशभाई
ज़ोरदार में केंद्रीय भूमिका कर रहे हैं। यह फिल्म रणवीर सिंह के करियर के लिहाज़ से
इसलिए ख़ास है कि फिल्म में उनकी भूमिका खालिस हास्य अभिनेता की है। जयेशभाई ज़ोरदार से पहले उनकी कोई भी फिल्म हास्य शैली में नहीं
थी।
No comments:
Post a Comment