केनी छाबरा द्वारा निर्देशित डिजिटल सीरीज लवली दा ढाबा नए ओटीटी प्लेटफॉर्म जेमप्लेक्स पर स्ट्रीम होगी । लवली दा ढाबा से फिल्म अभिनेत्री ईशा कोप्पिकर के डिजिटल करियर की शुरुआत होने जा रही हैं । इस सीरीज में ईशा कोप्पिकर एक सिख महिला लवली कौर ढिल्लन की भूमिका निभा रही हैं । वह एक सेना के शहीद कैप्टन रुपिंदर ढिल्लन की विधवा लवली की भूमिका कर रही हैं। लवली पंजाब के बाहरी इलाके में सेवा भावना से एक ढाबा चला रही है। अपने पति को खोने के बाद, लवली ने लोगों की सेवा करने के लिए अपना खुद का ढाबा शुरू किया । यह लवली का जीवन मैं खुशियाँ लाने का एक तरीका है । छः कड़ियों वाली इस छोटी सीरीज में छः अलग अलग कहानियां लवली की कहानी के साथ जुड़ी होंगी । डिजिटल जगह में अपनी शुरुआत के बारे में पूछे जाने पर ईशा कहती हैं, “यह दर्शकों और एक्टर के बीच रिश्ते को ओर गहरा बना देती है । यह सिनेमा की तुलना में उतना ही चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि एक्टर, दर्शकों के विचारों से बस एक कदम दूर होते हैं ।" ईशा कोप्पिकर का फिल्म करियर, नागार्जुन के साथ वामसी की तेलुगु फिल्म चंद्रलेखा से हुआ था । उनके करियर की पहली हिंदी फिल्म एक था दिल एक थी धड़कन कभी रिलीज़ नहीं हो सकी । २००४ में इसी कहानी पर सलमान खान, प्रीटी जिंटा और भूमिका चावला की फिल्म दिल ने जिसे अपना कहा बनाई गई । यह दोनों ही फ़िल्में एक हॉलीवुड फिल्म की रीमेक थी । इस फिल्म के डिब्बाबंद हो जाने के बाद, ईशा के फिल्म करियर की पहली फिल्म हृथिक रोशन, जया बच्चन और करिश्मा कपूर की फिजा रिलीज़ हुई ।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 13 October 2019
लवली दा ढाबा में Isha Koppikar
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कुछ चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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