क्रिकेट विशेषज्ञ, क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल बताते है । लेकिन,
बॉलीवुड क्रिकेट में अन्धविश्वास का चित्रण करता है। निर्देशक अभिषेक शर्मा की फिल्म द ज़ोया
फैक्टर, विज्ञापन प्रतिनिधि ज़ोया सोलंकी को भारतीय
क्रिकेट के लिए लकी दिखाती है कि वह जिस मैच में मौजूद रहती है,
भारत कभी नहीं हारता। लेकिन,
क्या फिल्म में मौजूद क्रिकेट भी ज़ोया के लिए लकी साबित होगा ?
अभिषेक शर्मा का क्रिकेट फैक्टर
अभिषेक शर्मा ने, अब तक तेरे बिन लादेन और इसकी सीक्वल फिल्म,
द शौकीन्स और परमाणु द स्टोरी ऑफ़ पोखरण जैसी फिल्मों का निर्देशन किया
है। लेकिन, द ज़ोया
फैक्टर का विषय इन फिल्मों से बिलकुल अलग है।
इस फिल्म में ज़ोया सोलंकी की भूमिका सोनम कपूर कर रही हैं। इस फिल्म में उनके साथ मलयालम फिल्म स्टार
दुलकर सलमान और अंगद बेदी ख़ास भूमिकाओं में हैं।
अगर द ज़ोया फैक्टर हिट होती है तो सबसे ज़्यादा फायदा ज़ोया यानि सोनम कपूर
का होगा।
चार हिट के सोलो फ्लॉप
नीरजा, पैडमैन, वीरे दी
वेडिंग और संजू जैसी हिट फ़िल्में देने के बाद, इसी साल सोनम कपूर की फिल्म एक लड़की को देखा
तो ऐसा लगा बॉक्स ऑफिस पर ध्वस्त हुई है।
चार सफल फिल्मों के बाद, एक लड़की की
असफलता सोनम कपूर के करियर के लिहाज़ से नुकसानदेह थी। क्योंकि, पैडमैन सोनम
कपूर की नहीं अक्षय कुमार की फिल्म थी। वीरे दी वेडिंग को करीना कपूर खान और स्वरा
भास्कर की बोल्डनेस का फायदा भी मिला था। संजू में सोनम की भूमिका संक्षिप्त थी
तथा फिल्म रणबीर कपूर की फिल्म थी। जबकि,
द ज़ोया फैक्टर सिर्फ सोनम कपूर की
फिल्म है। क्योंकि,
दुलकर सलमान बॉलीवुड में कोई नाम नहीं।
जोया के लिए हिट ?
इस लिहाज़ से, सोनम कपूर के करैक्टर को सिर्फ क्रिकेट टीम
के लिए नहीं, ज़ोया यानि सोनम कपूर के लिए भी लकी साबित
होना होगा। हिंदी फिल्म दर्शक क्रिकेट का शौक़ीन है। इस समय पूरे विश्व में क्रिकेट का मौसम है।
भारत भी क्रिकेट खेल रहा है। क्या भारतीय दर्शक रील लाइफ के क्रिकेट को देखेंगे ?
ज़ोया यानि सोनम कपूर तो यह चाहेगी।
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