फिल्म निर्माता और
निर्देशक सुभाष घई, काँची :
द अनब्रेकेबल (२०१४) के बाद टांग दी गई अपनी निर्देशक की हैट, २४ अक्टूबर को मुक्ता आर्ट्स की स्थापना के दिन, वापस
पहनने जा रहे हैं। इस दिन, जब वह अपनी वापसी फिल्म का शॉट ले
रहे होंगे, उस समय कैमरे के सामने अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ
होंगे। यह, अनिल कपूर, जैकी श्रॉफ और सुभाष
घई की तिकड़ी का दस साल बाद पुनर्मिलन होगा।
सुभाष घई के साथ राम लखन
अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ
ने, सुभाष घई के निर्देशन में आखिरी
बार कैमरा फिल्म राम-लखन के लिए फेस किया था। राम-लखन में, अनिल
कपूर और जैकी श्रॉफ, छोटे और बड़े भाई बने थे। अनिल कपूर
बिगड़ैल और आवारा किस्म के लखन और जैकी श्रॉफ एक पुलिस अधिकारी बने थे। माधुरी
दीक्षित और डिम्पल कापड़िया इनके नायिकाएं थे। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट
साबित हुई थी।
सुभाष घई के रामचंद- किशनचंद
इस तिकड़ी की, ३० साल बाद वापसी फिल्म काफी हद
तक राम-लखन की सीक्वल फिल्म होगी। इस
फिल्म का टाइटल रामचंद -किशनचंद होगा। यह क्राइम कॉमेडी जॉनर की फिल्म होगी। इस
फिल्म में, अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ की फिफ्टी प्लस के पुलिस
अधिकारियों की भूमिका में नज़र आएंगे । परन्तु, इन दोनों की
भूमिकाओं में तड़का राम-लखन वाला ही होगा। फिल्म में नायिकाएं होंगी या नहीं,
अभी तय नहीं हुआ है।
क्या आएगा मोड़ ?
अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ
के करियर को परवान चढाने में सुभाष घई निर्देशित फ़िल्में महत्वपूर्ण हैं। जैकी
श्रॉफ को हिंदी फिल्मों का नायक सुभाष घई की फिल्म हीरो ने ही बनाया था। अनिल कपूर
को झकास एक्टर बनाने वाली फ़िल्में सुभाष घई की ही थी। सुभाष घई की ताल के बाद
निर्देशित फिल्म यादें, किसना :
द वारियर पोएट, ब्लैक एंड वाइट, युवराज
और काँची : द अनब्रेकेबल फ्लॉप हुई थी। अब पांच साल बाद, अपनी
निर्देशित फिल्म रामचंद- किशनचंद में अपने राम-लखन के करियर को क्या मोड़ देते
हैं।
No comments:
Post a Comment