पिछले दिनों, बॉलीवुड में भाई-चारा दो ताजातरीन उदाहरण देखने को मिले. जॉन अब्राहम ने अपने दोस्त निखिल अडवाणी की रोमांस- एक्शन फिल्म मराजावान को अकेले रिलीज़ होने देने के लिए, अपनी ८ नवम्बर को सोलो रिलीज़ हो रही फिल्म पागलपंथी की रिलीज़ की तारीख़ २२ नवम्बर कर के, आयुष्मान खुराना की फिल्म बाला से मुकाबले में ला खडा किया. जॉन अब्राहम का यह दोस्ताना, १२ साल पहले प्रदर्शित निखिल अडवाणी निर्देशित फिल्म जान ए मन से बना था. यह दोस्ताना सत्यमेव जयते और बाटला हाउस की सफलता के साथ पुख्ता हुआ. आगे भी यह भाईचारा सत्यमेव जयते २ और १९११ तक जारी रहेगा. बॉलीवुड के भाई-चारे का दूसरा उदाहरण सलमान खान और शाहरुख़ खान हैं. यों तो इनकी अदावत की खबरें कैटरीना कैफ की बर्थडे पार्टी में झगड़े के बाद से लगातार जारी हैं. लेकिन, बीच बीच में इन दोनों का दोस्ताना भी देखने को मिलता रहता है. एक ऐसा ही भाईचारा इस ऐलान के साथ सुनने को मिला कि निर्देशक अली अब्बास ज़फर, यशराज फिल्म्स के लिए एक एक्शन फिल्म शाहरुख़ खान के साथ बनाने जा रहे हैं. पिछले साल, जीरो की बुरी असफलता के बाद, शाहरुख़ खान ने ख़ामोशी ओढ़ ली थी. बार बार ऐलान के बावजूद उनकी नई फिल्म का खुलासा नहीं हो सका. अब अली अब्बास ज़फर की फिल्म का ऐलान पुख्ता हुआ लगता है. यह वही अली अब्बास ज़फर हैं, जिनको लेकर यह खबर थी कि वह ईद २०२० में रिलीज़ के लिए सलमान खान के साथ फिल्म टाइगर ३ बना सकते हैं. मगर, अली का शाहरुख़ खान के साथ फिल्म का फैसला चौंकाने वाला होने के बावजूद बॉलीवुड के खान भाईचारे का उदाहरण है. बिना सलमान खान की सहमति के अली अब्बास ज़फर, शाहरुख खान के लिए कोई फिल्म लिख तक नहीं सकते थे, निर्देशित करना तो दूर की बात है. अब देखने वाली बात होगी कि अली अब्बास ज़फर की फिल्म से शाहरुख खान का करियर नई करवट ले पाता है या नहीं !
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 15 September 2019
बॉलीवुड में भाई-चारा
Labels:
John Abraham,
Nikhil Advani,
कुछ चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment