नितेश तिवारी की फिल्म छिछोरे, ठेठ बॉलीवुड फिल्म लगती है। कॉलेज के सात
दोस्त, इनमे से एक
लड़की। लड़की भी ऎसी कि पूरा कॉलेज उसका दीवाना है। लेकिन उसका प्यार होता है एक
शर्मीले लडके से। फिल्म में कॉलेज के छात्रों के बीच की दोस्ती, प्यार, तकरार, लड़ाई-झगड़ा
और सुलह सफाई का माहौल देखने को मिलता है। ट्रेलर से कॉलेज के दोस्तों पर छिछोरे
में नयापन नहीं लगता। ऐसा नयापन, जो फिल्म को हिट बना सके।
किताबी ज्ञान के खिलाफ ३ इडियट्स
राजकुमार हिरानी की फिल्म ३ इडियट्स इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों पर थी।
इस फिल्म ठेठ कॉलेज के माहौल था। लेकिन, फिल्म की ख़ास चीज थी, इंजीनियरिंग
शिक्षा के किताबी ज्ञान होने की खिलाफत का जज़्बा । रेंचो के करैक्टर के माध्यम से
जुगाड़ को किताबी शिक्षा से ज्यादा महत्त्व दिया गया था। हास्य-व्यंग्य के प्रभाव
के कारण फिल्म काफी प्रभावशाली बन पड़ी थी।
कॉलेज रोमांस की फ़िल्में
वैसे कॉलेज के छात्रों पर बनी ज़्यादातर फ़िल्में कॉलेज रोमांस को उभारने
वाली फ़िल्में थी। अब चाहे वह करण जौहर की फिल्म कुछ कुछ होता है हो या हालिया
रिलीज़ शाहिद कपूर और किअरा अडवाणी की कॉलेज रोमांस फिल्म कबीर सिंह। इन फिल्मों
में थोड़े बहुत बदलाव के साथ रोमांस उभर कर आता था। ऎसी फिल्मों में जाने तू या
जाने ना, फालतू, यारियां, स्टूडेंट ऑफ़
द इयर १ और २ जैसी कई फिल्मों के नाम शामिल किये जा सकते हैं।
कॉलेज की राजनीति
कॉलेज की छात्र राजनीति दर्शाने वाली फिल्मों की भी कोई कमी नहीं। गुलजार
निर्देशित फिल्म मेरे अपने में, कॉलेज के छात्रों की राजनीति और टकराव के बाद उपजी
हिंसा का बेहतरीन प्रदर्शन किया गया था। गुलाल, दिल दोस्ती एटसेट्रा, मणि रत्नम
की फिल्म युवा,
आरक्षण,
हासिल,
आदि फिल्मों में भी छात्र राजनीति का हिंसक चित्रण होता था। रंग दे बसंती
के छात्र भ्रष्टाचार के खिलाफ उठ खड़े होते थे। फुकरे के कॉलेज के लडके आसान पैसे
कमाने के लिए गलत रास्ता चुनते हैं और डॉन के चक्कर में फंस जाते है।
छिछोरे मे नया क्या ?
उपरोक्त फिल्मों से अलग, कॉलेज छात्रों की दिल-दोस्ती का चित्रण करने वाली
फिल्म छिछोरे में ऐसा क्या है कि दर्शक इस फिल्म को देखने सिनेमाघरों तक पहुंचे ? नेट पर
उपलब्ध फिल्म की कहानी की जानकारी पर विश्वास करें कि सात दोस्त, जो
देश-विदेश के अलग अलग हिस्सों में रहते हैं, अपने कॉलेज के दो दोस्त सुशांत सिंह राजपूत
और श्रद्दा कपूर के बच्चे को बचाने के लिए कुछ भी करने को तैयार है। क्या कॉलेज के
छात्रों का यह जज्बा दर्शकों को प्रभावित कर सकेगा ?
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