बॉक्स
ऑफिस पर प्रभास की जय हो करती साहो !
बाहुबली द कांक्लुजन के बाद, एक्टर
प्रभास की पहली हिंदी फिल्म साहो ने मुंबई के खुद को सरकार मानने वाले फिल्म
समीक्षकों के फतवे को नकार दिया है। मुंबई के लगभग सभी पत्रकारों ने,
बाहुबली को डिजास्टर और वशआउट फिल्म बता कर नकार दिया था। लेकिन,
हिंदी भाषा सहित देश के दूसरे हिस्से के दर्शकों ने उन्हें धता बता दी।
समीक्षकों द्वारा बताई गई तमाम कमियों के बावजूद प्रभास और फिल्म के श्रेष्ठ तकनीक
का जादू चल गया। प्रभास की इस एक्शन फिल्म ने पहले दिन बाहुबली के बाद दूसरे नंबर की
ओपनिंग ली। यह ओपनिंग हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु और
दूसरी दक्षिण की दूसरी कुछ भाषाओं की थी। बॉक्स ऑफिस पर दौड़ते हुए प्रभास ने
बॉलीवुड के सुपरस्टार आमिर खान और अक्षय कुमार के साथ तमिल फिल्मों के सुपरस्टार
रजनीकांत को भी पछाड़ दिया। साहो ने पहले दिन सभी भाषाओं में लगभग ८८ करोड़ का
कारोबार किया। यह आंकड़े, शंकर निर्देशित रजनीकांत और अक्षय कुमार की
विज्ञान फंतासी फिल्म २.० के ६० करोड़ से २८ करोड़ ज्यादा थे। बुरी दशा हुई आमिर खान
और अमिताभ बच्चन की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान की, जो हॉलिडे
वीकेंड में रिलीज़ हो कर ५२.२५ करोड़ का कारोबार कर पाने में कामयाब हुई थी,
साहो से लगभग ३६ करोड़ पीछे रह गई। सभी भाषाओं में पहले दिन कारोबार करने
के ख्याल से प्रभास की ही फिल्म बाहुबली द कांक्लुजन है,
जिसने पहले दिन १२१ करोड़ का कीर्तिमान कलेक्शन कर रखा है। टॉप ५ की सूची
में प्रभास की फिल्म बाहुबली द बिगिनिंग ५० करोड़ की ओपनिंग के साथ पांचवे स्थान पर
है।
फिर सुपरस्टारडम की दौड़ में हृथिक रोशन
हृथिक रोशन, कम फ़िल्में करने के लिए जाने जाते हैं। इसके
बावजूद लगातार फ्लॉप या औसत फिल्मों से जूझते रहे हैं । पहली फिल्म कहो न प्यार है
की सफलता के बाद फ़िज़ा, मिशन कश्मीर और यादें जैसी फ्लॉप फ़िल्में
मिली। सितारा बहुल फिल्म कभी ख़ुशी कभी गम हिट हुई तो उसके बाद लगातार चार फ़िल्में
आप मुझे अच्छे लगने लगे, न तुम जानों न हम,
मुझसे दोस्ती करोगे और मैं प्रेम की दीवानी हूँ फ्लॉप हो गई। कुछ समय तक
कोई मिल गया, कृष, धूम २ और
जोधा अकबर के हिट होने से स्थिरता आती लगी कि काइट्स और गुज़ारिश फ्लॉप हो गई। हिट ज़िन्दगी न मिलेगी दुबारा,
अग्निपथ, कृष ३ और बैंग बैंग के बाद,
कैमिया भूमिका में हृथिक रोशन की दो फ़िल्में हिंदी में हे ब्रो तथा मराठी
फिल्म हृदयांतर में नज़र आये। उनकी पूरी
लम्बाई की दो फ़िल्में मोहन जोदड़ो और काबिल रिलीज़ हुई। मोहन जोदड़ो बॉक्स ऑफिस पर
औंधे मुंह गिरी। काबिल की सफलता औसत ही थी। लेकिन,
इस साल प्रदर्शित बायोपिक फिल्म सुपर ३० ने हृथिक रोशन के करियर को नई
उड़ान दे दी है। हृथिक रोशन कहते हैं कि उन्होंने अपनी असफलता से सीखा है। इन असफलताओं ने उन्हें फ़िल्में चुनने में
सावधानी दी है। इसी का नतीजा सुपर ३० है, जो उन्होंने
किसी मैसेज के बजाय अच्छी पटकथा होने के कारण चुनी। अब उनकी घनघोर एक्शन फिल्म वॉर
२ अक्टूबर को प्रदर्शित हो रही है। यह फिल्म हृथिक रोशन को मुख्य धारा की फिल्मों
में स्थापित कर देगी। वह अपने पिता निर्देशित फिल्म कृष ४ की शूटिंग भी शुरू करने
वाले हैं। सुपर ३ की सफलता के बाद उनके पास चार स्क्रिप्ट पढ़ने के लिए है।
उन्होंने, राजकुमार गुप्ता की स्पाई फिल्म ब्लैक टाइगर
छोड़ दी है। इसके बावजूद, आने वाले सालों में हृथिक रोशन छाये रहेंगे।
हंसल मेहता के 'तुर्रम खान'
राजकुमार राव
अमूमन छोटे बजट की फिल्मों का शहर छोटा होता है। हंसल मेहता
निर्देशित फिल्म तुर्रम खान भी छोटे शहर की सामाजिक हास्य फिल्म है। इस फिल्म में हंसल मेहता के प्रिय एक्टर
राजकुमार राव, दूसरी बार नुसरत भरुचा के साथ हैं। क्या इस तिकड़ी को बॉक्स ऑफिस की तुर्रम खान
तिकड़ी कहा जा सकता है ? राजकुमार राव,
जब एकता कपूर की फिल्म एलएसडी : लव सेक्स और धोखा के लिए ऑर्डिशन के लिए
जाया करते थे, उस समय नुसरत भरुचा भी फिल्मों के लिए
हाथपांव मार रही थी। वही दोनों की पहली
मुलाक़ात हुई, जो लव सेक्स और धोखा के लिए चुने जाने के
बाद दोस्ती में बदल गई। लेकिन, २ करोड़ के साधारण से बजट से बनी फिल्म लव सेक्स और धोखा के बॉक्स ऑफिस पर ९
करोड़ जुटाने के बावजूद नौ सालों तक राजकुमार राव और नुसरत भरुचा ने कोई दूसरी
फिल्म नहीं की। हंसल मेहता ने,
राजकुमार राव के साथ पहली फिल्म शाहिद बनाई थी। आतंकवाद के आरोप में फंसे
मुसलमान युवाओं की वकालत करने वाले वकील शाहिद की वास्तविक कहानी पर बनी इस फिल्म
को विवादित होने के कारण चर्चा मिली। इस
फिल्म के बाद, राजकुमार राव हंसल मेहता के प्रिय एक्टर बन
गए। उनकी बाद की तमाम फिल्मों सिटीलाइट्स,
अलीगढ और ओमेर्ता के नायक राजकुमार राव भी थे। यह फ़िल्में विवादित विषयों
पर होने के कारण चर्चा में आई। राजकुमार राव के साथ, हंसल मेहता
की पांचवी फिल्म तुर्रम खान का विषय विवादित होगा, नहीं
लगता। यह एक कॉमेडी फिल्म बताई जा रही
है। हंसल मेहता पहली बार खालिस कॉमेडी
जॉनर में हाथ आजमाएंगे। राजकुमार राव में
कॉमेडी का जज़्बा है। लेकिन, यही बात नुसरत भरुचा के लिए नहीं कही जा
सकती। इसलिए,
हंसल मेहता, राजकुमार राव और नुसरत भरुचा के तुर्रम खान
को परदे पर देखना दिलचस्प होगा।
ऐतिहासिक और पीरियड फिल्मों में अजय देवगन
अजय देवगन और अक्षय कुमार का सितारा बुलंदी पर है। फ्लॉप बादशाओ (२०१७) के बाद अजय देवगन लगातार
हिट फ़िल्में दे रहे हैं। उनकी इस असफलता
के बाद प्रदर्शित चार फ़िल्में गोलमाल अगेन, रेड,
टोटल धमाल और दे दे प्यार दे बड़ी हिट फ़िल्में साबित हो चुकी हैं। गोलमाल अगेन ने २०० करोड़ का कारोबार किया। बाकी की तीन फ़िल्में भी १०० करोड़ क्लब में
शामिल हुई। अजय देवगन की अगले साल तीन
फ़िल्में तानाजी : द अनसंग वारियर, भुज : द
प्राइड ऑफ़ इंडिया और मैदान प्रदर्शित होंगी। दिलचस्प तथ्य यह है कि इनमे से कोई भी
फिल्म कॉमेडी नहीं है। तानाजी : द अनसंग
वारियर ऐतिहासिक युद्ध फिल्म है। इस फिल्म
में अजय देवगन मराठा योद्धा तानाजी मलुशरे की भूमिका कर रहे हैं। भुज : द प्राइड ऑफ़ इंडिया,
१९७१ के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान स्थानीय लोगों की मदद से
क्षतिग्रस्त हवाई पट्टी की मरम्मत करवाने वाले स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक की
भूमिका कर रहे हैं। मैदान फुटबॉल पर
आधारित पीरियड फिल्म है। इस फिल्म में वह
फुटबॉल कोच सय्यद अब्दुल रहीम की भूमिका कर रहे हैं। अगले ही साल, अजय
देवगन दक्षिण की दो बड़ी फिल्मों में भी
नज़र आएंगे। इन फिल्मों में अजय देवगन अहम् भूमिका कर रहे हैं। एस एस राजामौली की स्वतंत्रता संग्राम पर फिल्म
आर आर आर में वह रामचरण और जूनियर नेत्र के साथ है। तमिल सुपरस्टार अजित कुमार की वर्किंग टाइटल
थाला ६० में अजय देवगन की खल भूमिका है। उनके कमल हासन की तमिल फिम इंडियन २ में भी काम
करने का अपुष्ट समाचार है। इन फिल्मों के अलावा मार्च में अजय देवगन फिल्म सूर्यवंशी
में अपनी सिंघम कैमियो भूमिका में नज़र आएंगे ।
हिन्दू मुस्लिम रोमांस पर शिकारा
कश्मीर के आतंकवाद पर मिशन कश्मीर बनाने वाले फिल्म निर्माता-निर्देशक
विधु विनोद चोपड़ा, अब एक बार फिर कश्मीर पर फिल्म लेकर आ रहे
हैं। लेकिन, यह एक रोमांटिक फिल्म होगी,
जिसमे कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा का भी चित्रण होगा। राहुल पंडिता की
कहानी पर इस फिल्म का नाम शिकारा यानि हाउसबोट रखा गया है। इस फिल्म में,
१९९० के दशक में, कश्मीरी पंडितों के कश्मीर घाटी से भगाए
जाने से शुरू हो कर कश्मीरियों के निर्वासन का चित्रण भी होगा। इस फिल्म में
कश्मीर की कई प्रतिभाओं को लिया गया है। हालाँकि, फिल्म के
नायक रेडियो जॉकी नासर, भोपाल से हैं। मगर,
उनकी नायिका सादिया, जम्मू के
भद्रवाह की है। इनके अलावा कश्मीर के ज़मीर अशाई, शाहिद
गुलफाम और इमरान की फिल्म में अहम् भूमिका है। फिल्म शिकारा के हिन्दू मुस्लिम
रोमांस का अंदाजा इसलिए लगाया जा सकता है कि फिल्म की नायिका के एक हिन्दू कश्मीरी
लड़की होने का पता चलता है। लेकिन नायक की भूमिका बिलकुल गुप्त रखी गई है। संभव है
कि निर्माताओं को विरोध का भय हो। इस फिल्म की ज़्यादातर शूटिंग इस साल मार्च से
जम्मू और कश्मीर में की गई है। ख़ास तौर पर शिवपुरा, पटनीटॉप,
वेयरहाउस के इलाकों के साथ कश्मीरी पंडितों की सबसे बड़ी शरणार्थी बस्ती
नगरोटा में की गई है। जम्मू-कश्मीर के शिड्यूल के बाद,
शिकारा की शेष शूटिंग मुंबई में सेट्स पर की जाएगी। फिल्म के निर्माता
दावा करते हैं कि फिल्म को बारीक रिसर्च कर लिखा गया है। ख्याल रखा गया है कि इस
फिल्म से कश्मीरी पंडितों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचे। विधु विनोद चोपड़ा की
बतौर निर्देशक वापसी कराने वाली फिल्म शिकार ८ नवंबर को रिलीज़ होगी।
संजय दत्त की दो फिल्मों की एक कहानी !
हिंदी फिल्मों में सत्तारोहण का दौर चल निकला लगता है। संजय दत्त की दो फ़िल्में प्रस्थानम और केजीएफ़
चैप्टर २ इस लिहाज़ से ख़ास है। प्रस्थानम, इसी टाइटल
के साथ २०१० में प्रदर्शित तेलुगु फिल्म प्रस्थानम की हिंदी रीमेक है। प्रस्थानम की कहानी गाँव की राजनीति पर
केंद्रित पॉलिटिकल एक्शन फिल्म है। देव
कट्टा द्वारा निर्देशित फिल्म की कहानी की शुरुआत में मृत्यु शैया पर लेटा एक
स्थानीय नेता, अपनी दो बच्चों की माँ विधवा लड़की से शादी
की शर्त पर, अपनी राजनीतिक विरासत एक युवा विरोधी को
सौंप देता है। राजनीतिक विरासत पाने वाले भूमिका संजय दत्त कर रहे हैं। अब संजय
दत्त असमंजस में है कि वह अपनी राजनीतिक विरासत किसे सौंपे। उसका सौतेला बेटा
राजनीतिक समझ वाला है, जबकि सगा बेटा गुस्सैल और अविवेकी। यहीं से
शुरू होता है दो भाइयों के साथ साथ परिवार के अंदर का सत्ता युद्ध। प्रस्थानम में,
संजय दत्त की भूमिका केंद्रीय है। लेकिन, दूसरी फिल्म
कन्नड़ और हिंदी में बनाई जा रही केजीएफ चैप्टर २ में,
संजय दत्त खल भूमिका में हैं। अधीरा की उनकी भूमिका इस लिहाज़ से ख़ास है कि
अधीरा, अपने बड़े भाई की अंतिम इच्छा को पूरी करने के लिए सोने की खदानों पर राज
करने की अपनी इच्छा अपने भतीजे के लिए छोड़ देता है। लेकिन,
क्या इससे सत्ता संघर्ष ख़त्म हो जाएगा ? फिल्म का
दिलचस्प हिस्सा यही है। यहाँ बताते चलें कि ३० अगस्त को रिलीज़ हुई फिल्म साहो भी
काल्पनिक वाजी सिटी पर अंडरवर्ल्ड के वर्चस्व के लिए खुनी संघर्ष पर फिल्म है।
यहाँ एक ख़ास बात यह कि साहो में सत्ता के लिए संघर्ष करने वाले चरित्रों के एक्टर
जैकी श्रॉफ और चंकी पांडेय, फिल्म प्रस्थानम में भी संघर्ष में अपनी
अपनी भूमिका कर रहे हैं। प्रस्थानम २० सितम्बर को तथा केजीएफ चैप्टर २,
दिसंबर में रिलीज़ हो रही है।
पुरस्कार, सम्मान और फ़िल्में
कमल हासन ने किया
वैजयंतीमाला को सम्मानित -पिछले शनिवार, फिल्म अभिनेता कमल हासन ने, ११वे
जेऍफ़डब्ल्यू मैगज़ीन अवार्ड्स में गुजरे जमाने की अभिनेत्री और नृत्यांगना
वैजयंतीमाला बाली को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। इस मौके पर कमल
हासन ने बताया कि वह विश्वरूपम २ के लिए वैजयंतीमाला को लेना चाहते थे। लेकिन,
तब तक वह अभिनय छोड़ चुकी थी।
संगीतम चैरिटेबल ट्रस्ट
करेगा २० संगीतकारों का सम्मान- संगीतम चैरिटेबल ट्रस्ट पिछले छः सालों से संगीत
क्षेत्र से जुडे ज़रूरतमंद कलाकारों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है। इस साल भी
यह ट्रस्ट सातवें रेहमतें म्यूजिक
कार्यक्रम का २५ सितम्बर को आयोजन कर, उससे होने वाली आय से २० ज़रूरतमंद कलाकारों की मदद
करेगा । इस चर्रिटी के लिए शान, पापोन और अंकित तिवारी
परफॉर्म करेंगे।
मन्दाकिनी बोरा की छप्पन
छुरी राखी सावंत- छप्पन छुरी, गायिका मन्दाकिनी बोरा का आइटम टाइप का गीत होने के बावजूद संदेश देने
वाला है । इस गीत का वीडियो राखी सावंत पर फिल्माया गया है । गीत में राखी का साथ
मन्दाकिनी ने दिया है । इस म्यूजिक विडियो में मन्दाकिनी और राखी सावंत सेक्सी है,
लेकिन अश्लील नहीं । बकौल मन्दाकिनी, इस गीत
से ईव टीजिंग रोकने का माहौल बनेगा ।
अंशुमान झा की ब्लैक
कॉमेडी- एलएसडी यानि लव सेक्स और धोखा के एक्टर अंशुमान झा, पहली बार लॉर्ड कर्जन की हवेली'
निर्देशित करने जा रहे हैं । लॉर्ड कर्जन' की
हवेली ब्लैक कॉमेडी थ्रिलर फिल्म है । यह विषय अंशुमन का पसंदीदा है । मुख्य
भूमिका में अंशुमन झा की दो फ़िल्में मिडनाइट दिल्ली और हम हैं अकेले, तुम भी
अकेले इस साल के अंत में और अगले साल की शुरु में रिलीज़ होने वाली हैं।
हर्षवर्धन राणे की अपने
एक्टिंग गुरु के साथ फिल्म - सनम तेरी कसम से एक्टिंग डेब्यू करने वाले हर्षवर्धन
राणे ने सौरभ सचदेवा के बैरी जॉन्स एक्टिंग स्कूल में प्रशिक्षण लिया था । अब
हर्षवर्धन बिजॉय नाम्बियार की फिल्म तैश में अपने गुरु सौरभ सचदेवा के साथ स्क्रीन
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