क्रिकेटर से राजनेता बने कीर्ति आज़ाद अब अभिनेता भी बन गए हैं। उनके अभिनय
वाली और उनकी आत्मकथा फिल्म किरकेट अब पूरी हो गई है। पिछले दिनों,
इस फिल्म के दो पोस्टर जारी किए गए । लाल गमछे बंधे क्रिकेट बैट वाले में
पोस्टर में अंग्रेजी में किरकेट और हिंदी में बिहार के अपमान से सम्मान तक लिखा
हुआ है । बैट के ब्लेड पर पॉलिटिक्स, दलित,
बिहारी, करप्शन, आदि आदि
शब्द हिंदी अंग्रेजी में लिखे नज़र आते हैं। दूसरे पोस्टर में स्वयं कीर्ति आज़ाद
छाये हुए हैं।
चार साल पहले ‘किरकेट’ !
उस समय बीजेपी के निलंबित सांसद कीर्ति आज़ाद ने,
२०१५ में, इस फिल्म का ऐलान किया था। उस समय फिल्म को दो हिस्सों किरकेट १ और किरकेट
२ में बनाये जाने की योजना थी। उस समय, कीर्ति आज़ाद
ने फिल्म में खुद अभिनय करने के अलावा फिल्म के बिहार क्रिकेट,
क्रिकेट में भ्रष्टाचार और दुर्दशा का मामला उठाने वाली फिल्म बताया था।
दो हिस्सों में बनाई जाने वाली इन फिल्मों को फरवरी २०१७ में एक के बाद एक
प्रदर्शित होना था। लेकिन, २०१५ के ऐलान के बाद,
किरकेट की रफ़्तार धीमी पड़ गई।
पूरी हुई किरकेट !
अब, चार साल बाद, किरकेट के
पोस्टर से फिल्म के पूरी होने का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस फिल्म का निर्देशन
योगेन्द्र सिंह ने किया है। योगेन्द्र सिंह की पहचान सनी देओल अभिनीत एक्शन फिल्म
घायल वन्स अगेन से बनी थी। इस फिल्म की पटकथा एकता कपूर के कई सीरियल लिखने वाले
विशाल विजय कुमार ने लिखी है। विशाल और योगेन्द्र का साथ घायल वन्स अगेन में भी
बना था।
क्या क्रिकेट के नाम पर राजनीति ?
२०१९ के लोकसभा चुनाव में बुरी तरह से पराजित हो जाने वाले कीर्ति आज़ाद ने
क्या अपनी फिल्म में खालिस क्रिकेट को मुद्दा बनाया होगा ?
क्या उनकी क्रिकेट के ज़रिये धुंआधार राजनीतिक पारी खेलने की योजना है ?
क्या उनकी निगाहें बिहार के आगामी विधान सभा चुनाव पर टिकी हुई है ?तभी तो
उन्होंने बिहार की अस्मिता का सवाल क्रिकेट बैट के ज़रिये उठाया है। निशाने पर अरुण
जेटली को सकते हैं।
No comments:
Post a Comment