सुल्तान, टाइगर
जिंदा है और भारत जैसी सुपर हिट फिल्मों के निर्देशक अली अब्बास ज़फर की बतौर
निर्माता पहली फिल्म का नाम खाली पीली है। अली ने अपनी पहली फिल्म के लिए एक्शन के
बजाय रोमांस और थ्रिल को वरीयता दी है। खाली पीली, एक रात से शुरू
होती है, जब ईशान खट्टर और अनन्या पाण्डेय के किरदार
मिलते हैं। इसके बाद, शुरू होती है उतार चढ़ाव से भरपूर इन
दोनों की रोमांस यात्रा।
पहली
सोलो हीरोइन फिल्म
अनन्या
पाण्डेय का फिल्म डेब्यू टाइगर श्रॉफ और तारा सुतारिया के साथ फिल्म स्टूडेंट ऑफ़ द
इयर २ से हुआ था। वह फिल्म पति पत्नी और वह २ में कार्तिक आर्यन और भूमि पेडनेकर
के पति-पत्नी के साथ वह का त्रिकोण बना रही है। खाली पीली उनकी पहली सोलो हीरोइन
फिल्म होगी।
ईशान
की भी तीसरी फिल्म
ईशान
खट्टर का फिल्मी सफ़र, २००५ में फिल्म वाह ! लाइफ हो तो ऎसी
से बड़े भाई शाहिद कपूर के साथ बाल भूमिका से हुआ था। उड़ता पंजाब में भी उनकी
भूमिका संक्षिप्त थी। लेकिन वह सुर्ख़ियों में आये, ईरानी निर्देशक
माजिद मजीदी की ड्रामा फिल्म बियॉन्ड द क्लाउड्स से। निर्देशक शशांक खेतान की
रोमांस फिल्म धड़क से उन्होंने अपनी अभिनय क्षमता का सिक्का जमा दिया। इसके बावजूद, खाली
पीली उनके करियर की तीसरी फिल्म है,
जिसके वह नायक हैं।
रोमांस
की कोमलता
अनन्या
पाण्डेय और ईशान खट्टर, उम्र के लिहाज़ से बीसेक के हैं। ईशान
२३ साल के हैं और अनन्या २० साल की। रोमांस के लिहाज़ से इस उम्र की जोड़ी सबसे
बढ़िया है। इन दोनों के चेहरों पर कोमलता और मासूमियत है। अगर खाली पीली के अली
अब्बास ज़फर और हिमांशु के साथ लेखक मक़बूल खान की लिखी फिल्म की इस खासियत का उपयोग
निर्देशक मक़बूल ने अच्छी तरह से कर लिया तो समझ लीजिये कि ईशान और अनन्या की
रोमांटिक जोड़ी कामयाब होने जा रही है।
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