अमूमन छोटे बजट की फिल्मों का शहर छोटा होता है। हंसल मेहता
निर्देशित फिल्म तुर्रम खान भी छोटे शहर की सामाजिक हास्य फिल्म है। इस फिल्म में हंसल मेहता के प्रिय एक्टर
राजकुमार राव, दूसरी बार नुसरत भरुचा के साथ हैं। क्या इस तिकड़ी को बॉक्स ऑफिस की तुर्रम खान
तिकड़ी कहा जा सकता है ? राजकुमार राव,
जब एकता कपूर की फिल्म एलएसडी : लव सेक्स और धोखा के लिए ऑर्डिशन के लिए
जाया करते थे, उस समय नुसरत भरुचा भी फिल्मों के लिए
हाथपांव मार रही थी। वही दोनों की पहली
मुलाक़ात हुई, जो लव सेक्स और धोखा के लिए चुने जाने के
बाद दोस्ती में बदल गई। लेकिन, २ करोड़ के साधारण से बजट से बनी फिल्म लव सेक्स और धोखा के बॉक्स ऑफिस पर ९
करोड़ जुटाने के बावजूद नौ सालों तक राजकुमार राव और नुसरत भरुचा ने कोई दूसरी
फिल्म नहीं की। हंसल मेहता ने,
राजकुमार राव के साथ पहली फिल्म शाहिद बनाई थी। आतंकवाद के आरोप में फंसे
मुसलमान युवाओं की वकालत करने वाले वकील शाहिद की वास्तविक कहानी पर बनी इस फिल्म
को विवादित होने के कारण चर्चा मिली। इस
फिल्म के बाद, राजकुमार राव हंसल मेहता के प्रिय एक्टर बन
गए। उनकी बाद की तमाम फिल्मों सिटीलाइट्स,
अलीगढ और ओमेर्ता के नायक राजकुमार राव भी थे। यह फ़िल्में विवादित विषयों
पर होने के कारण चर्चा में आई। राजकुमार राव के साथ, हंसल मेहता
की पांचवी फिल्म तुर्रम खान का विषय विवादित होगा, नहीं
लगता। यह एक कॉमेडी फिल्म बताई जा रही
है। हंसल मेहता पहली बार खालिस कॉमेडी
जॉनर में हाथ आजमाएंगे। राजकुमार राव में
कॉमेडी का जज़्बा है। लेकिन, यही बात नुसरत भरुचा के लिए नहीं कही जा
सकती। इसलिए,
हंसल मेहता, राजकुमार राव और नुसरत भरुचा के तुर्रम खान
को परदे पर देखना दिलचस्प होगा।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 8 September 2019
Hansal Mehta के 'तुर्रम खान' Rajkumar Rao
Labels:
Hansal Mehta,
Rajkumar Rao,
कुछ चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment