Sunday 24 March 2019

जंगल...जंगली जानवर और जंगल फ़िल्में


हॉलीवुड की द मास्क, इरेज़र और द स्कॉर्पियन किंग जैसी फ़िल्में निर्देशित कर चुके चक रसेल निर्देशित हिंदी अंग्रेज़ी फिल्म जंगली पूरी तरह से वन्य जीवन पर केंद्रित फिल्म है।  यह फिल्म जंगल में पशु- पक्षियों की देखभाल करने वाले पशु चिकित्सक राज की कहानी है।  फिल्म में मानव और हाथी की दोस्ती की कहानी भी है। फिल्म में खतरनाक एक्शन भी हैं।  सबसे बड़ी बात, यह फिल्म वन और वन्य जीव संरक्षण की वकालत करती है।  कहा जा सकता है कि जंगली यूनिवर्सल अपील वाली फिल्म है।

जंगल, जंगल लुक और फिल्मों के गीत
जहाँ तक हिंदी फिल्मों में जंगल और जंगल के पशु पक्षी और खूबसूरती की बात है, इनका उपयोग बहुत नहीं तो काफी कुछ हुआ है।  सच कहा जाए तो  हॉलीवुड की फिल्मों की तरह बॉलीवुड की फिल्में भी जंगल को भिन्न किरदारों के साथ समेटे नज़र आती हैं।  बॉलीवुड के सिनेमेटोग्राफर का कैमरा, जब जंगल की खूबसूरती सेलुलॉइड पर उतारता है तो दर्शक मंत्रमुग्ध सा देखता रहता है।  इसके बावजूद की फिल्में सफल हो या असफल।  पिछले साल रिलीज़ निर्माता इम्तियाज़ अली और एकता कपूर की फिल्म लैला मजनू की कहानी आधुनिक कश्मीर पर थी।  इस फिल्म की शूटिंग अमरनाथ यात्रा के बेसकैंप चंदनवाड़ी के अलावा पीर पंजाल के घने जंगलों में ख़ास हुई थी।  केदारनाथ की शूटिंग गढ़वाल हिमालय रेंज में हुई थी। मणिरत्नम की फिल्म  रावण (२०१०) की शूटिंग अथिराप्पिल्ली के झरने और  आसपास के घने जंगलों में हुई थी। फिल्म बर्फी के गीत क्यों की शूटिंग पश्चिम  बंगाल में सुकना फारेस्ट रिज़र्व में हुई थी। गोविंदा की खल भूमिका वाली शिकारी के कुछ हिस्सों की शूटिंग जंगल में हुई थी। 

डाकू फिल्मों के लिए जंगल ज़रूरी है
बॉलीवुड की डाकू फिल्मों में सिरमौर फिल्म गंगा जमुना की शूटिंग १९५८ में मध्य प्रदेश में मालवा के जंगलों में हुई थी।  मणिरत्नम की फिल्म रावण आधुनिक रामायण पर आधारित बताई जाती है।इस फिल्म के हिंदी संस्करण में  तमिल  फिल्म अभिनेता विक्रम आधुनिक राम यानि पुलिस अधिकारी देव की भूमिका में थे।  उनके साथ अभिषेक बच्चन रावण यानि डाकू बीरा, ऐश्वर्या राय बच्चन सीता यानि  पुलिस अधिकारी की पत्नी रागिनी तथा गोविंदा हनुमान यान संजीवनी कुमार बने थे।  रामगोपाल वर्मा की फिल्म जंगल की शूटिंग कर्णाटक में बांदीपुर फारेस्ट रिज़र्व में हुई थी।  इस फिल्म के टूरिस्टों का अपहरण एक डाकू द्वारा कर लिया जाता है।  इस फिल्म की शूटिंग के दौरान ही रामगोपाल वर्मा की एक डरावनी फिल्म अज्ञात का आईडिया तैयार हुआ और इस फिल्म की शूटिंग भी इसी रिज़र्व में हुई।

डरावनी फिल्मों के लिए जंगल
निर्माता और निर्देशक भारत जैन की हॉरर फिल्म ६-२=५ की कहानी एक फोटोग्राफर और उसके पांच साथियों के जंगल ट्रैकिंग के दौरान पेश आये हादसे की वीडियो के ज़रिये बनाई गई फिल्म थी।  इस फिल्म की तमाम शूटिंग मैसूर के आसपास के जंगलों में हुई थी।  इस फिल्म को रियल फोटोग्राफर के कैमरे से खींची गई फिल्म बता कर प्रचारित किया गया था। बिपाशा बासु और डिनो मोरया की हॉरर फिल्म राज़ का पहला दृश्य ही ऊटी के पाइन ट्री से घिरे जंगल में हुआ था । पूरी फिल्म का आउटडोर यहीं शूट हुआ था। मसूरी का जंगल के बीच से गुजरने वाला रास्ता कृष्णा कॉटेज को डरावना बना पाने में कामयाब हुआ था। रामगोपाल वर्मा की फिल्म अज्ञात की शूटिंग कर्णाटक के बांदीपुर फारेस्ट रिज़र्व में हुई थी। शोहम शाह की हॉरर फिल्म काल की शूटिंग जिम कॉर्बेट पार्क नैनीताल में हुई थी।

वन और वन्य जीव संरक्षण पर फिल्म
निर्देशक कमल सडाना की जंगल हॉरर रोर: टाइगरस ऑफ़ द सुंदरबन्स, सुंदरबन के सफ़ेद शेरो के संरक्षण का सन्देश देने  डरावनी फिल्म साबित होती थी। निर्देशक कमलेश्वर मुख़र्जी की बांगला के अलावा हिंदी, तमिल, तेलुगु, ओड़िया और असमी भाषा में रिलीज़ फिल्म अमेज़न के घने जंगलों में ही थी।  इस फिल्म की कहानी खाने की खोज पर थी। लेकिन, मानव और पशुओं के टकराव का चित्रण भी हुआ था।  विद्युत् जम्वाल की फिल्म जंगली के अलावा राणा डग्गुबाती की तमिल, तेलुगु और हिंदी में बनाई जा रही फिल्म हाथी मेरे साथी भी जंगल में हाथियों का शिकार करने वाले तस्करों से नायक के टकराव पर फिल्म थी।  इन दोनों ही फिल्मो के निर्माताओं को, १९७१ में रिलीज़ राजेश खन्ना और तनूजा की एम् ए थिरुमगम निर्देशित फिल्म हाथी मेरे साथी को देखने के बाद अपनी फिल्मों को बनाने का विचार आया था । 

कुछ ख़ास जंगल में शूट फ़िल्में
काल- शोहम शाह की फिल्म काल हॉरर जोनर में बनी फिल्म थी । फिल्म की कहानी वन्य जीवन के जानकार व्यक्ति की अपने दोस्तों के साथ जंगली जीवों पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ मुहिम छेड़ने की दास्तान थी । लेकिन, इस फिल्म में भयावने पक्ष को ज्यादा तरजीह दी गई थी । फिल्म में अजय देवगन, विवेक ओबेरॉय, जॉन अब्राहम, एषा देओल और लारा दत्ता जैसी बड़ी स्टार कास्ट थी ।

डरना मना है- रामगोपाल वर्मा की फिल्म डरना मना है में जंगल के बीच में फंसे सात दोस्तों की सात डरावने अनुभव की कहानियाँ कहीं गई थी, जो अंत में एक जगह आ कर मिलती थी। वर्मा ने इस फिल्म में सैफ अली खान, शिल्पा शेट्टी, विवेक ओबेरॉय, आफताब शिवदासानी और ईशा कोपिकर जैसी स्टारकास्ट ली थी ।

अज्ञात- नितिन, प्रियंका कोठारी और गौतम रोड़े अभिनीत रामगोपाल वर्मा की फिल्म अज्ञात की कहानी जंगल में शूटिंग करने गई टीम के घने जंगल में फंस जाने और किसी राक्षस का शिकार होने की कहानी थी ।

६-५=२- निर्देशक भारत जैन की फिल्म ६-५=२ में भी छः दोस्त थे, घने जंगल से गुजरने वाले रास्ते से पर्वतारोहण की भयावनी कहानी थी । इस फिल्म को एक विडियो कैमरा का ज़रिये दिखाया गया था ।

जंगल- एक डाकू द्वारा कुछ यात्रियों का अपहरण कर जंगल के अन्दर ले जाया जाता है । फरदीन खान और उर्मिला मातोंडकर की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में खून खराबा ज्यादा था ।

एडवेंचरस ऑफ़ टार्ज़न- बी सुभाष की फिल्म एडवेंचरस ऑफ़ टार्ज़न कहने को तो टार्ज़न फिल्म थी । लेकिन, फिल्म में जंगली सौंदर्य से ज्यादा किमी काटकर के सुते हुए शरीर की भिगो भिगो का नुमाइश की गई थी । इस फिल्म ने किमी काटकर को अमिताभ बच्चन की नायिका बन पाने का रुतबा दिया । फिल्म में हेमंत बिरजे और दलीप ताहिल दूसरी भूमिकाओं में थे ।


द फारेस्ट- अंग्रेज़ी टाइटल वाली फिल्म द फारेस्ट में जावेद जाफ़री, अंकुर विका, नंदना सेन, तरुण शुक्ल, आदि की स्टारकास्ट को लिया गया था । अर्थशास्त्री और नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन की बिटिया नंदना सेन ने फिल्म को हिट कराने के लिए काफी घोड़े खोल दिए । मार्गर कॉर्बेट नेशनल पार्क में शूट यह थ्रिलर एडवेंचर फिल्म दर्शकों को पसंद नहीं आई ।

होया बस्यु में न शूट हो सकी राज़ ४ !
रोमानिया के होया बस्यु जंगल को दुनिया का सबसे रहस्यमय, डरावने, खतरनाक, भूतिया जंगल माना जाता है।  इस जंगल में अजीबोगरीब, टेढ़े मेढ़े और आकृतियों वाले पेड़ हैं।  कहते हैं, जो इस जंगल में घुसता है, विलीन हो जाता है।  इस जंगल में भूतों के वास की बात भी कही जाती है।  इमरान हाशमी अपनी हॉरर फिल्म राज़ ४ की शूटिंग इस जंगल में करना चाहते थे। लेकिन, रोमानिया की सरकार ने इसके अनुमति नहीं दी।  बाद में फिल्म की शूटिंग रोमानिया के दूसरे जंगल सीयन में हुई। 

हिंदी फिल्मों में जंगल और जंगली जीवों के टाइटल बहुत सी फ़िल्में बनाई गई है। लेकिन, उल्लेखनीय फिल्म इक्का दुक्का ही हैं। मगर, राणा डग्गुबाती की फिल्म हाथी मेरे साथी और विद्युत् जम्वाल की फिल्म जंगली वन्य जीवन पर उत्कृष्ट फ़िल्में साबित हो सकती है। फिल्म जंगली के नायक विद्युत् जम्वाल की पहचान ज़बरदस्त एक्शन कर सकने में माहिर एक्टर के तौर पर है। फिल्म में उनके खतरनाक और चकित करने वाले एक्शन देखने को मिलेंगे ही, वह जानवरों की तरह तेज़ रफ्तार चलते हुए, पूरी फिल्म में दर्शकों की तालियां बटोरेंगे।

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