राकेश
गोवर्धन गिरी की पटकथा पर,
राघव टी
निर्देशित फिल्म बंदी की खासियत इसका एकल चरित्र है। इस एक चरित्र वाली फिल्म को
तीन भाषाओं तमिल,
तेलुगु और
हिंदी में बनाया जा रहा है। इस प्रकार की फिल्म यादें (१९६४) जिसमें सुनील दत्त की
ने एकल चरित्र किया था। राघव टी के निर्देशन में फिल्म बंदी में आदित्य ओम इस एकल
चरित्र को कर रहे हैं। आदित्य ओम, हिंदी फिल्मों का नामचीन चेहरा बेशक नहीं है. लेकिन, दर्शक उन्हें शुद्र, बन्दूक, दोज़ख इन सर्च ऑफ़ हेवन, फ्रेंड रिक्वेस्ट, अलिफ़ और मास्साब जैसी फिल्मों में अभिनय करते देख चुके हैं। ओम
बहुमुखी प्रतिभा के धनी लेखक और निर्देशक भी हैं। वह अपनी अभिनीत कुछ फिल्मों का
निर्देशन भी कर चुके हैं। यहाँ एक दिलचस्प तथ्य यह है कि आदित्य ओम एक मूक फिल्म
मिस्टर लोनली मिस लवली भी कर चुके है। इस प्रकार से वह दुर्लभ जॉनर वाली दो
फिल्मों के अभिनेता बन जाते हैं।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 2 August 2020
एक किरदार वाली बंदी तीन भाषाओँ में
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गप्प-सड़ाका
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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