Sunday 27 May 2018

रियल लाइफ में मॉडर्न रील लाइफ के छोटे शहर की भूमि पेड्नेकर

भूमि पेडनेकर की रील और रियल लाइफ दो ध्रुव लगते हैं।

वह रियल लाइफ में जीतनी मॉडर्न नज़र आती हैं, उतनी रील लाइफ में बिलकुल नहीं।

आजकल वह, न्यू जर्सी में एशियाई अमेरिकन हेरिटेज फेस्टिवल में हिस्सा लेने गई हैं। उन्होंने यहाँ रुकने के दौरान खूब मौज़ मस्ती की।

प्रियंका चोपड़ा की तरह भूमि को भी न्यू यॉर्क सिटी बेहद पसंद हैं। उन्होंने यहाँ किसी इमारत के टॉप से अपने चित्र सोशल साइट्स पर पोस्ट किये।

ऊपर दिए गए चित्र को देखते ही उनके प्रशंसकों के कमैंट्स की भरमार हो गई।

इस चित्र में वह सफ़ेद टैंक टॉप और काली जीन्स पहने हैं।  पैरों में सफ़ेद जूते हैं। गले में काला बैंड पहना है और कलाई में घडी बंधी है। उनकी आँखों का पायलट चश्मा उन्हें बिलकुल नया लुक दे रहा है। 
लेकिन, अगर उनकी रील लाइफ देखी जाए तो वह इसके विपरीत हैं।

भूमि पेडनेकर अभी छह गज की धोती से सलवार सूट तक ही पहुँच पाई है। 

२०१५ में रिलीज़  फिल्म दम लगा के हईशा में वह गाँव के एक लडके की मोटी बीवी बनी थी। पूरी फिल्म में धोती।

टॉयलेट एक प्रेम कथा अक्षय कुमार के साथ थी, इसके बावजूद धोती भी साथ थी, क्योंकि फिल्म एक गाँव की कथा जो थी। 

तीन साल में तीन फ़िल्में।  पहली फिल्म दम लगा के हईशा में वह हरिद्वार की लड़की थी।  टॉयलेट एक प्रेमकथा में वह मथुरा पहुंची।

तीसरी फिल्म शुभ मंगल सावधान में वह गुडगाँव पहुंची तो साड़ी से सलवार सूट तक।  यानि, छोटे शहर की लड़की की भूमिका ही फबी भूमि पेडनेकर को ।

भूमि पेडनेकर चाहे न्यू यॉर्क घूम आये या न्यू जर्सी, रील लाइफ में रहेंगी  वह छोटे शहर की ही।

अभिषेक चौबे की फिल्म सोन चिरैया को ही लीजिये। यह फिल्म डाकुओं पर फिल्म है। चम्बल की पृष्ठभूमि पर।

इस फिल्म में भूमि ने साड़ी तो लपेटी ही है, सर पर मटका ले कर भी चली हैं, गाय का गोबर भी पाथा है। कंधे पर भारी बन्दूक तो जैसे भारी ज़िम्मेदारी जैसी है। इस फिल्म सुशांत सिंह राजपूत और मनोज बाजपेई भी हैं। 


रोनी स्क्रूवाला की फिल्म लस्ट स्टोरीज की भूमि पेडनेकर में आधुनिकता देखने की ज़रुरत नहीं कि इस फिल्म में वह कामुकता वाला खेल खेल रही तो आधुनिक भी होंगी !

दरअसल, इस चार निर्देशकों वाली औरतों की लव और लस्ट पर चार कहानियों में से एक कहानी में वह बाई की भूमिका कर रही हैं, जो घर के मालिक को औरत के साथ सेक्स करते देखती हैं तो कामुक हो बैठती हैं ।  



बचपन की चार सहेलियों की कहानी वीरे दी वेडिंग - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

No comments:

Post a Comment